मेरी ख़ामोशी का मतलब
ये न समझना,की तुम्हे चाहा नहीं ,
तुम्हे पाया तो नहीं ,फिर भी खोया नहीं
खवाबों और ख्यालों मैं,रहती दखल तुम्हारी,
खबर जब आती तुम्हारी,जाग उठती है,चाहत मेरी
याद तुम्हें करता हूँ,सजदा दिल से करता हूँ
जहाँ भी रहो खुश रहो,बस ये ही दुआ करता हूँ
ये न समझना,की तुम्हे चाहा नहीं ,
तुम्हे पाया तो नहीं ,फिर भी खोया नहीं
खवाबों और ख्यालों मैं,रहती दखल तुम्हारी,
खबर जब आती तुम्हारी,जाग उठती है,चाहत मेरी
याद तुम्हें करता हूँ,सजदा दिल से करता हूँ
जहाँ भी रहो खुश रहो,बस ये ही दुआ करता हूँ
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